खो जाता हूँ जब , काजल सी स्याह 1 तेरी निगाहों में
भूल जाता हूँ गलियाँ , मैं तेरी इन राहों में
गिनता हूँ घड़ियाँ , पल पल बदलती तेरी अदाओं में
बहक जाता हूँ मैं , तुझसे उड़ती ख़ुशबू भरी हवाओं में
खो जाता हूँ जब , काजल सी स्याह तेरी निगाहों में .....
खो के संभला , तो झील सी आँखों में डूबा
बिता दूँ सदियाँ , ऐसा ये मंजर अनूठा 2
गवाएँ हैं होश , और साँसों से टूटा
अब दिल है खिलौना , जो धड़कन से रूठा
तीर नज़र का मारा जो तूने , इस खिलौने का काँच भी फ़ूटा
(और ) बाज़ार-ए -इश्क़ 3 महँगा बहुत था, मिलके सब हुस्न 4 वालों ने लूटा
न आता यकीन, हकीक़त है ये , लगता है मुझको तो ख़्वाब तू झूठा
कहती ये दुनिया , इश्क़ का घूँट 5 है कड़वा6 , भर दो पैमाने 7 'अँकुर ' को लगता है मीठा
दिखती है तस्वीर तेरी , इन मीठे पैमानों में
बुनता हूँ हकीक़त मैं , इन झूठे अरमानों में
तोड़ता हूँ तारे मैं, चाँदनी भरे आसमानों में
(और) देखता हूँ ज़न्नत , पत - झड़ के सूखे वीरानों 8 में
खो जाता हूँ जब , काजल सी स्याह तेरी निगाहों में ..... ॥
1Intense black, 2Unique, 3Market of love, 4Beauty, 5Gulp,
6Bitter, 7Cup/Measure, 8Abandoned place
भूल जाता हूँ गलियाँ , मैं तेरी इन राहों में
गिनता हूँ घड़ियाँ , पल पल बदलती तेरी अदाओं में
बहक जाता हूँ मैं , तुझसे उड़ती ख़ुशबू भरी हवाओं में
खो जाता हूँ जब , काजल सी स्याह तेरी निगाहों में .....
खो के संभला , तो झील सी आँखों में डूबा
बिता दूँ सदियाँ , ऐसा ये मंजर अनूठा 2
गवाएँ हैं होश , और साँसों से टूटा
अब दिल है खिलौना , जो धड़कन से रूठा
तीर नज़र का मारा जो तूने , इस खिलौने का काँच भी फ़ूटा
(और ) बाज़ार-ए -इश्क़ 3 महँगा बहुत था, मिलके सब हुस्न 4 वालों ने लूटा
न आता यकीन, हकीक़त है ये , लगता है मुझको तो ख़्वाब तू झूठा
कहती ये दुनिया , इश्क़ का घूँट 5 है कड़वा6 , भर दो पैमाने 7 'अँकुर ' को लगता है मीठा
दिखती है तस्वीर तेरी , इन मीठे पैमानों में
बुनता हूँ हकीक़त मैं , इन झूठे अरमानों में
तोड़ता हूँ तारे मैं, चाँदनी भरे आसमानों में
(और) देखता हूँ ज़न्नत , पत - झड़ के सूखे वीरानों 8 में
खो जाता हूँ जब , काजल सी स्याह तेरी निगाहों में ..... ॥
1Intense black, 2Unique, 3Market of love, 4Beauty, 5Gulp,
6Bitter, 7Cup/Measure, 8Abandoned place
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